रविवार, 22 मार्च 2009

तुजसे तनहा होकर हम तन्हाई में खोये हाई पलकों ने पोछे है आशू जब जब भी हम रोये है

3 टिप्‍पणियां:

Deepak "बेदिल" ने कहा…

jai hind
vande maatram

sher mast hai yaani bhot achche hai

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर ने कहा…

vastav me sundar hai, narayan narayan

MAYUR ने कहा…

अच्छी कलाकारी कर लेते हैं , हेडर फोटो अच्छा है ,अपने हेडर में लिंक उसे करें ,ब्लॉग नैविगेशन बहुत ज़रूरी है

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अपनी अपनी डगर