शुक्रवार, 24 अप्रैल 2009

रूठा है !

दिलबर मेरा जबसे मुझसे रूठा है !

गीत ग़ज़ल से जैसे रिश्ता टुटा है !!

वीरेंद्र "कनक" चोलकर