रविवार, 21 जून 2009

तुम मुझे न यद् करना


तुम मुझे न यद् करना आँखे नम होजयेंगी !


ये सुधा के प्याले है कुछ बुँदे कम हो जाएँगी !!


कुछ सांसो का जीवन गुजरा कुछ और बाकि है !


नामतुम्हारा लेते लेते ये भी कम हो जाएँगी !!


वीरेंदर "kanak" चोलकर